Bir sonraki

Leo Vijay and Sanjay Dutt Tamil BlockBustor Movie

9 Görünümler· 01 Kasım 2025
Rohit Choudhary
Rohit Choudhary
43 Aboneler
43
İçinde Filmler

⁣फ़िल्म का विवरण
नाम: लियो (Leo: Bloody Sweet)
रिलीज़: 19 अक्टूबर 2023
निर्देशक: लोकेश कनगराज
मुख्य कलाकार:
थलपति विजय (पार्थिबन / लियो दास)
संजय दत्त (एंटनी दास)
अर्जुन सरजा (हैरल्ड दास)
तृषा कृष्णन (सत्या, पार्थिबन की पत्नी)
कैमियो (LCU कनेक्शन): कमल हासन (विक्रम के रूप में - आवाज़), और अंत में जॉर्ज मैरीन (नेपोलियन के रूप में)।

फ़िल्म की पूरी कहानी (Spoiler Alert)
यह कहानी एक ऐसे आदमी की है जो अपनी खूंखार पुरानी ज़िंदगी को छोड़कर एक आम इंसान की तरह जी रहा है, लेकिन उसका अतीत उसका पीछा नहीं छोड़ता।
भाग 1: पार्थिबन की शांत ज़िंदगी
पार्थिबन "पार्थी" (विजय) हिमाचल प्रदेश के ठियोग में एक कैफे का मालिक है और एक पशु बचावकर्ता (Animal Rescuer) है। वह अपनी पत्नी सत्या (तृषा) और दो बच्चों (सिद्धू और चिंटू) के साथ एक खुशहाल और शांतिपूर्ण जीवन जी रहा है।
कहानी में मोड़:
एक रात, कुछ लुटेरे उसके कैफे में घुस आते हैं और उसकी बेटी और एक कर्मचारी पर बंदूक तान देते हैं। अपने परिवार को बचाने के लिए, पार्थिबन का एक छिपा हुआ, बेहद हिंसक रूप सामने आता है। वह पलक झपकते ही उन सभी लुटेरों को गोली मार देता है।
भाग 2: पुरानी पहचान का साया
पार्थिबन आत्मरक्षा (self-defense) के लिए बरी हो जाता है, लेकिन उसकी तस्वीर पूरे देश के अखबारों में छप जाती है। यह तस्वीर तेलंगाना में बैठे एक खतरनाक ड्रग कार्टेल (गैंग) तक पहुँचती है, जिसे एंटनी दास (संजय दत्त) और उसका भाई हैरल्ड दास (अर्जुन सरजा) चलाते हैं।
एंटनी दास उस तस्वीर को देखकर चौंक जाता है, क्योंकि पार्थिबन हूबहू उसके "मरे हुए बेटे" लियो दास जैसा दिखता है।
भाग 3: अतीत का सामना
एंटनी दास अपने आदमियों के साथ हिमाचल प्रदेश पहुँचता है। वह दावा करता है कि पार्थिबन ही उसका बेटा 'लियो दास' है, जो 20 साल पहले मर गया था। पार्थिबन ज़ोर-ज़ोर से इस बात से इंकार करता है कि वह लियो नहीं है। एंटनी उसे और उसके परिवार को खत्म करने की कोशिश करता है, लेकिन पार्थिबन क्रूरता से एंटनी के सभी आदमियों को मार डालता है।
पार्थिबन की पत्नी सत्या भी शक करने लगती है कि क्या उसका पति सच बोल रहा है।
भाग 4: लियो दास कौन था? (फ्लैशबैक)
लियो दास, एंटनी दास का बेटा था। वे दोनों 'दास एंड कंपनी' नाम की एक तंबाकू फैक्ट्री की आड़ में 'डटूरा' नाम का ड्रग्स बनाते थे। लियो अपने पिता की तरह ही बेहद खूंखार और निर्दयी था।
टकराव: एंटनी दास अपने धंधे के लिए अपनी ही बेटी (लियो की जुड़वां बहन) की बलि देना चाहता था। लियो अपनी बहन को बचाने की कोशिश करता है, लेकिन उसका पिता (एंटनी) और चाचा (हैरल्ड) उसे और उसकी बहन को गोली मार देते हैं और पूरी फैक्ट्री में आग लगा देते हैं।
बचना: उस आग में लियो बच निकलता है और अपनी पुरानी ज़िंदगी को हमेशा के लिए दफनाकर 'पार्थिबन' बनकर हिमाचल में छिप जाता है।
भाग 5: क्लाइमेक्स (पार्थिबन vs हैरल्ड दास)
पार्थिबन, एंटनी दास को मार देता है। लेकिन हैरल्ड दास (अर्जुन सरजा) उसके बेटे सिद्धू को किडनैप कर लेता है और उसे ड्रग फैक्ट्री के पुराने खंडहरों में बुलाता है।
वहाँ, पार्थिबन आखिरकार स्वीकार करता है कि वही लियो दास है। वह हैरल्ड दास से एक भयंकर लड़ाई लड़ता है। वह हैरल्ड से कहता है कि उसने अपने पिता (एंटनी) को मारने से पहले ही यह सच कबूल करवा लिया था। अंत में, लियो अपने चाचा हैरल्ड दास को भी मार डालता है और पूरी ड्रग फैक्ट्री को हमेशा के लिए जलाकर राख कर देता है।
अंत (LCU कनेक्शन):
सब कुछ शांत होने के बाद, पार्थिबन (जो अब लियो है) को एक अनजान नंबर से फ़ोन आता है। फ़ोन करने वाला विक्रम (कमल हासन की आवाज़) होता है। विक्रम, लियो को अपने ड्रग-मुक्त समाज बनाने के मिशन में शामिल होने के लिए बुलाता है, लेकिन लियो यह कहकर मना कर देता है कि वह अब 'पार्थिबन' ही रहना चाहता है।

Daha fazla göster

 1 Yorumlar sort   Göre sırala


Sachin Patidar
Sachin Patidar 1 gün önce

इस Movie को हिन्दी भाषा में अपलोड करो

0    0 Cevap
Daha fazla göster

Bir sonraki