12th Fail 2025 IPS Officer Motivational Movie
फ़िल्म का विवरण
नाम: 12th फेल (12th Fail)
रिलीज़: 2023 (27 अक्टूबर 2023)
निर्देशक: विधु विनोद चोपड़ा
मुख्य कलाकार:
विक्रांत मैसी (मनोज कुमार शर्मा)
मेधा शंकर (श्रद्धा जोशी)
अनंत वी जोशी (प्रीतम पांडे)
अंशुमान पुष्कर (गौरी भैया)
प्रियांशु चटर्जी (डीएसपी दुष्यंत सिंह)
आधार: यह फ़िल्म अनुराग पाठक की 2019 की नॉन-फिक्शन किताब '12th Fail' पर आधारित है, जो IPS अधिकारी मनोज कुमार शर्मा के वास्तविक जीवन पर लिखी गई है।
फ़िल्म की पूरी कहानी (Spoiler Alert)
यह कहानी मनोज कुमार शर्मा के जीवन के असाधारण संघर्ष और दृढ़ संकल्प को दर्शाती है।
भाग 1: प्रेरणा और पहली असफलता
फ़िल्म की शुरुआत चंबल के एक छोटे से गाँव बिलगाँव से होती है। मनोज (विक्रांत मैसी) 12वीं की परीक्षा की तैयारी कर रहा है, जहाँ स्कूल टीचर खुद छात्रों को नकल करने में मदद करते हैं।
हालाँकि, परीक्षा के दिन, एक सख्त और ईमानदार पुलिस अधिकारी, डीएसपी दुष्यंत सिंह (प्रियांशु चटर्जी), स्कूल में पहुँचकर नकल रोक देता है।
नतीजतन, मनोज सहित गाँव के सभी छात्र 12वीं में फेल हो जाते हैं। मनोज इस घटना से निराश होने के बजाय, दुष्यंत सिंह की ईमानदारी से प्रेरित होता है और 'उन्हीं के जैसा' एक ईमानदार अधिकारी बनने का फैसला करता है।
भाग 2: ग्वालियर से दिल्ली तक का संघर्ष
डीएसपी बनने का सपना लेकर मनोज ग्वालियर पहुँचता है, लेकिन उसे पता चलता है कि अगले तीन साल तक मध्य प्रदेश PSC की परीक्षाएँ (भ्रष्टाचार के कारण) बंद हैं।
वहाँ उसकी मुलाकात प्रीतम पांडे (अनंत वी जोशी) से होती है, जो UPSC की तैयारी करने दिल्ली जा रहा होता है। मनोज भी दिल्ली जाने का फैसला करता है।
दिल्ली में उसका जीवन बेहद कठिन होता है। वह मुखर्जी नगर में रहता है, जहाँ उसे कई दिनों तक भूखा सोना पड़ता है और वह एक लाइब्रेरी में चपरासी का काम करता है।
यहाँ उसकी मुलाकात 'गौरी भैया' (अंशुमान पुष्कर) से होती है, जो खुद UPSC में कई बार असफल हो चुके हैं, लेकिन अब मनोज जैसे नए छात्रों की मदद करते हैं।
भाग 3: 'रीस्टार्ट' और श्रद्धा से मुलाकात
गौरी भैया की मदद से, मनोज एक कोचिंग क्लास में दाखिला लेता है। वहीं उसकी मुलाकात श्रद्धा जोशी (मेधा शंकर) से होती है, जो एक अमीर परिवार से है और खुद UKPSC (उत्तराखंड) की तैयारी कर रही है।
मनोज, श्रद्धा से प्रभावित होकर उससे झूठ बोलता है कि वह एक इंजीनियर है और UPSC की तैयारी कर रहा है।
पहले प्रयास (First Attempt) में मनोज प्रीलिम्स (Prelims) भी पास नहीं कर पाता। वह सच्चाई का सामना करता है और 'रीस्टार्ट' करने का फैसला करता है—यानी अपनी 12वीं की पढ़ाई से शुरुआत करना।
वह श्रद्धा को अपनी सच्चाई बता देता है कि वह 12वीं फेल है। श्रद्धा, उसकी ईमानदारी से प्रभावित होकर, उसका साथ देने का फैसला करती है।
भाग 4: कई प्रयास और असफलताएँ
मनोज एक आटा चक्की में काम करते हुए अपनी पढ़ाई जारी रखता है। वह लगातार तीन प्रयासों में असफल रहता है। एक प्रयास में वह प्रीलिम्स और मेन्स (Mains) पास कर लेता है, लेकिन इंटरव्यू में रह जाता है।
इस बीच, श्रद्धा UKPSC पास करके डिप्टी कलेक्टर बन जाती है।
मनोज अपने आखिरी प्रयास (Last Attempt) के लिए तैयारी करता है, जो उसके लिए 'करो या मरो' की स्थिति होती है। प्रीतम पांडे, जो अब तक सिर्फ दिखावे के लिए पढ़ रहा था, वह भी मनोज के संघर्ष को देखकर गंभीर हो जाता है।
भाग 5: क्लाइमेक्स और इंटरव्यू
मनोज अपना आखिरी मेन्स पास कर लेता है और इंटरव्यू के लिए पहुँचता है।
इंटरव्यू बोर्ड उससे मुश्किल सवाल पूछता है। वे उससे पूछते हैं कि 12वीं में नकल रोकने वाले डीएसपी पर FIR क्यों की गई (जो मनोज ने ही करवाई थी) और वह 12वीं फेल होने के बावजूद IPS क्यों बनना चाहता है।
मनोज ईमानदारी से जवाब देता है कि वह नकल को रोकना चाहता है और उस सिस्टम का हिस्सा बनना चाहता है जिसे वह डीएसपी दुष्यंत सिंह की तरह ईमानदार मानता है।
अंत (Ending):
रिजल्ट का दिन आता है। मनोज का दोस्त प्रीतम पांडे, जो अब एक रिपोर्टर बन गया है, UPSC ऑफिस के बाहर इंतजार कर रहा होता है।
श्रद्धा फोन पर मनोज के साथ लाइन पर है। मनोज डर के मारे अपना रिजल्ट नहीं देख पाता। प्रीतम पांडे लिस्ट में उसका नाम देखता है और खुशी से चिल्लाता है।
मनोज कुमार शर्मा को AIR 117 (IPS) रैंक मिलती है। वह खुशी से झूम उठता है।
फ़िल्म का अंत मनोज और श्रद्धा के गले मिलने और वास्तविक मनोज कुमार शर्मा और श्रद्धा जोशी की तस्वीरों के साथ होता है, जो यह दिखाता है कि ईमानदारी और कड़ी मेहनत से कोई भी सपना पूरा किया जा सकता है।

उत्तम 👌