Master Tamil Superstar Vijay Superhit Movie
फ़िल्म का विवरण
नाम: मास्टर (Master)
रिलीज़: 2021 (13 जनवरी 2021)
निर्देशक: लोकेश कनगराज
मुख्य कलाकार:
विजय (जॉन दुरैराज, "जेडी")
विजय सेतुपति (भवानी)
मालविका मोहनन (चारुलता "चारु")
अर्जुन दास (दास)
एंड्रिया जेरेमिया (वनाति)
आधार: यह एक ओरिजिनल एक्शन-थ्रिलर कहानी है।
फ़िल्म की पूरी कहानी (Spoiler Alert)
यह कहानी एक शराबी प्रोफेसर और एक क्रूर गैंगस्टर के बीच की सीधी टक्कर है।
भाग 1: जेडी (JD) का परिचय
फ़िल्म की शुरुआत चेन्नई के एक प्रतिष्ठित कॉलेज से होती है, जहाँ जॉन दुरैराज उर्फ जेडी (विजय) एक लोकप्रिय प्रोफेसर है। वह छात्रों का हीरो है, लेकिन वह एक भयंकर शराबी (alcoholic) है और कॉलेज के नियमों की परवाह नहीं करता।
कॉलेज मैनेजमेंट उससे परेशान है, लेकिन छात्र उसे बहुत प्यार करते हैं, इसलिए उसे निकाला नहीं जा सकता।
भाग 2: भवानी का उदय
दूसरी तरफ, कहानी भवानी (विजय सेतुपति) के बचपन को दिखाती है। एक अमीर व्यापारी, भवानी के परिवार को मार देता है और उसे एक जुवेनाइल होम (बाल सुधार गृह) में डाल देता है।
उस सुधार गृह में भवानी को बुरी तरह प्रताड़ित किया जाता है। बड़ा होकर, भवानी बदला लेता है और एक क्रूर गैंगस्टर बन जाता है। वह उसी बाल सुधार गृह को अपने अपराधों का अड्डा बना लेता है।
वह सुधार गृह के बच्चों को नशे की लत लगाकर उनसे हत्या, चोरी और इल्जाम अपने ऊपर लेने जैसे घिनौने अपराध करवाता है, क्योंकि नाबालिग होने के कारण उन्हें कानून से ज्यादा सजा नहीं मिलती।
भाग 3: जेडी का ट्रांसफर
कॉलेज में एक चुनाव के दौरान हुई हिंसा के बाद, मैनेजमेंट कमेटी जेडी पर इल्जाम लगाती है। गिल्टी महसूस कर, जेडी 3 महीने की छुट्टी पर जाने का फैसला करता है।
उसे नागापट्टिनम के उसी बाल सुधार गृह में "मास्टर" (शिक्षक) के तौर पर भेजा जाता है, जिसे भवानी कंट्रोल करता है।
जेडी वहाँ भी अपनी शराब की लत को जारी रखता है और बच्चों पर कोई ध्यान नहीं देता।
भाग 4: सच्चाई का सामना (टर्निंग पॉइंट)
सुधार गृह में, दो बच्चे (एक भाई और बहन) जेडी से मदद माँगने की कोशिश करते हैं, लेकिन जेडी नशे में उनकी बात नहीं सुनता।
भवानी को पता चलता है कि वे बच्चे जेडी को सच बताने वाले थे, इसलिए वह उन दोनों को बेरहमी से मरवा देता है और उन्हें फांसी पर लटका देता है, ताकि वह आत्महत्या लगे।
जब जेडी उन बच्चों के शवों को देखता है, तो वह टूट जाता है। उसे अपनी गलती का एहसास होता है और वह पहली बार शराब छोड़ने का फैसला करता है।
भाग 5: मास्टर का एक्शन
अब जेडी का एक ही मकसद है: भवानी के साम्राज्य को खत्म करना और बच्चों को बचाना।
वह सुधार गृह में भवानी के ड्रग्स और शराब की सप्लाई को रोकता है। वह बच्चों का भरोसा जीतता है और उन्हें भवानी के खिलाफ खड़ा करता है।
इसमें उसकी मदद चारु (मालविका मोहनन) करती है, जो उसी सुधार गृह में एक एनजीओ वर्कर है।
जेडी, भवानी के सबसे खास गुर्गे दास (अर्जुन दास) को सुधार गृह में ही एक भयंकर लड़ाई में हरा देता है।
भाग 6: क्लाइमेक्स और अंत
जेडी, भवानी के पूरे बिजनेस को तबाह कर देता है और उसके खिलाफ सारे सबूत इकट्ठा कर लेता है।
भवानी, गुस्से में आकर, जेडी को मारने के लिए सुधार गृह पर हमला करता है।
दोनों के बीच एक लंबी और क्रूर लड़ाई होती है। भवानी, जेडी पर भारी पड़ने लगता है, लेकिन जेडी हार नहीं मानता।
अंत में, जेडी, भवानी को उसी के तीर (जो भवानी इस्तेमाल करता था) से बुरी तरह घायल कर देता है।
अंत (Ending):
जेडी, भवानी को मारता नहीं है, बल्कि उसे पुलिस के हवाले कर देता है। लेकिन जब पुलिस उसे ले जा रही होती है, तो भवानी घमंड से कहता है कि वह वापस आएगा और सब कुछ फिर से शुरू करेगा।
यह सुनकर जेडी को एहसास होता है कि वह कभी नहीं सुधरेगा। जेडी, भवानी पर हमला करता है और उसे मार डालता है।
फिल्म का अंत जेडी के पुलिस वैन में बैठने के साथ होता है, जहाँ वह (हत्या के जुर्म में) शांति से सरेंडर कर देता है। वह मुस्कुराता है, क्योंकि वह जानता है कि बच्चे अब सुरक्षित हैं और उसने अपना मकसद पूरा कर लिया है।
