बुद्धि और क़िस्मत का बंटवारा _ Hindi Kahani _ Moral Story _ Hindi Story _ cartoon story)
गिद्ध और बरगद की कहानी सच्ची मित्रता का एक वायरल उदाहरण है, जिसमें एक बूढ़ा गिद्ध भयंकर सूखे के दौरान भी बरगद के पेड़ के प्रति अपनी निष्ठा बनाए रखता है, जबकि बाकी सभी पक्षी उसे छोड़कर चले जाते हैं। गिद्ध की इस निस्वार्थ निष्ठा से इंद्रदेव प्रसन्न होते हैं और वे बरगद के पेड़ को फिर से हरा-भरा कर देते हैं। यह कहानी बताती है कि सच्चा प्यार और निष्ठा किसी भी संकट से पार पा सकते हैं।
कहानी का विस्तृत विवरण
प्रारंभ: एक घना जंगल था, जिसके बीच में एक बड़ा बरगद का पेड़ था। यह पेड़ कई पक्षियों का घर था, जो वहां खुशी-खुशी रहते थे।
संकट: भयंकर सूखा पड़ा। सभी पक्षियों ने पानी और भोजन की तलाश में बरगद के पेड़ को छोड़ दिया और चले गए।
निष्ठा का प्रतीक: सिर्फ एक बूढ़ा गिद्ध बरगद के प्रति अपनी निष्ठा और प्रेम के कारण वहीं रुका रहा।
देवताओं का हस्तक्षेप: गिद्ध की सच्ची निष्ठा और प्रेम को देखकर इंद्रदेव बहुत प्रसन्न हुए। उन्होंने बरगद के पेड़ को फिर से जीवनदान दिया, जिससे वह फिर से हरा-भरा हो गया।
सच्ची मित्रता का संदेश: यह कहानी सच्चे और स्वार्थरहित प्रेम और समर्पण की मिसाल है, जो सिखाती है कि सच्चा दोस्त मुश्किल समय में भी साथ नहीं छोड़ता और निष्ठा का परिणाम हमेशा अच्छा होता है।

follow support my channel & subscribe me