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Stree Shraddha Kapoor, Rajkumar Rao Blockbuster Movie

11 ビュー· 02 11月 2025
Rohit Choudhary
Rohit Choudhary
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映画

⁣फ़िल्म का विवरण
नाम: स्त्री (Stree)
रिलीज़: 31 अगस्त 2018
निर्देशक: अमर कौशिक
मुख्य कलाकार:
राजकुमार राव (विक्की)
श्रद्धा कपूर (बिना नाम वाली लड़की)
पंकज त्रिपाठी (रुद्र भैया)
अपारशक्ति खुराना (बिट्टू, विक्की का दोस्त)
अभिषेक बनर्जी (जाना, विक्की का दोस्त)

फ़िल्म की मुख्य थीम
यह फ़िल्म मध्य प्रदेश के चंदेरी नाम के एक काल्पनिक कस्बे पर आधारित है। यह कहानी एक सच्ची शहरी किंवदंती (Urban Legend) पर आधारित है, जहाँ हर साल 4 दिनों की पूजा के दौरान, "स्त्री" नाम की एक चुड़ैल आती है और कस्बे के मर्दों को उठाकर ले जाती है। वह सिर्फ उनके कपड़े पीछे छोड़ जाती है।
"स्त्री" से बचने के लिए, कस्बे के लोग अपने घरों की दीवारों पर लाल स्याही से "ओ स्त्री, कल आना" लिखते हैं।

फ़िल्म की पूरी कहानी (Spoiler Alert)
भाग 1: विक्की और रहस्यमयी लड़की
विक्की (राजकुमार राव) चंदेरी का एक बेहद काबिल दर्जी (टेलर) है। वह औरतों के कपड़े सिर्फ उन्हें देखकर नाप सकता है। कस्बे में पूजा का त्यौहार शुरू होता है, और "स्त्री" का खौफ फैल जाता है।
इसी दौरान, विक्की की मुलाकात एक रहस्यमयी लड़की (श्रद्धा कपूर) से होती है। वह विक्की से कुछ अजीब चीजें मांगती है (जैसे बिल्ली की पूँछ, छिपकली का मांस, आदि)। विक्की को उससे प्यार हो जाता है। वह अपना नाम नहीं बताती और सिर्फ पूजा के 4 दिनों के लिए ही आती है।
भाग 2: जाना का गायब होना
विक्की के दो जिगरी दोस्त हैं - बिट्टू (अपारशक्ति खुराना) और जाना (अभिषेक बनर्जी)। विक्की के दोस्त उस लड़की पर शक करते हैं, क्योंकि वह "स्त्री" के बारे में बहुत कुछ जानती है, उसका नाम नहीं बताती, और पूजा के समय ही आती है। उन्हें लगता है कि वही "स्त्री" है।
एक रात, "स्त्री" विक्की के दोस्त जाना को उठाकर ले जाती है।
भाग 3: रुद्र भैया का ज्ञान
विक्की, बिट्टू और कस्बे के ज्ञानी, रुद्र भैया (पंकज त्रिपाठी) मिलकर "स्त्री" के रहस्य को सुलझाने की कोशिश करते हैं। रुद्र भैया, जो "स्त्री" पर एक किताब ('चंदेरी पुराण') पढ़ रहे होते हैं, उन्हें सच्चाई बताते हैं:
स्त्री की कहानी: "स्त्री" असल में एक बहुत खूबसूरत तवायफ (Courtesan) थी, जिससे कस्बे का हर मर्द शादी करना चाहता था। लेकिन एक रात, कस्बे के मर्दों ने उसके साथ ज़बरदस्ती करने की कोशिश की, जिससे उसकी मौत हो गई।
उसका बदला: अब उसकी आत्मा हर साल वापस आती है और मर्दों को उठाकर ले जाती है।
उसकी इच्छा: वह सिर्फ प्यार और इज़्ज़त चाहती थी। वह सिर्फ उन मर्दों को उठाती है जो उसे पलटकर देखते हैं (यानी जो उसे वासना की नज़र से देखते हैं)।
भाग 4: जाना की वापसी और बड़ा ट्विस्ट
विक्की और उसके दोस्त "स्त्री" से बात करने की कोशिश करते हैं। उन्हें पता चलता है कि "स्त्री" सिर्फ उस इंसान का कहा मानती है जो उससे सच्चा प्यार करता हो। विक्की को लगता है कि वह "स्त्री" को रोक सकता है।
तभी, गायब हुआ दोस्त जाना वापस आ जाता है, लेकिन उसके शरीर पर "स्त्री" का कब्ज़ा होता है। "स्त्री" (जाना के शरीर से) उन पर हमला कर देती है।
भाग 5: क्लाइमेक्स (अंत)
क्लाइमेक्स में, विक्की, बिट्टू और रुद्र भैया मिलकर "स्त्री" को रोकने का प्लान बनाते हैं। उन्हें पता चलता है कि "स्त्री" को हराने का तरीका उसकी 'चोटी' (बालों की लट) को काटना है, जिससे उसकी शक्तियाँ खत्म हो जाएँगी।
लड़ाई: विक्की का सामना "स्त्री" से होता है। वह उस रहस्यमयी लड़की (श्रद्धा कपूर) की मदद से "स्त्री" की चोटी काट देता है।
"स्त्री" कमज़ोर पड़कर गायब हो जाती है। चंदेरी "स्त्री" के आतंक से आज़ाद हो जाता है। विक्की कस्बे का हीरो बन जाता है।
अंत का असली ट्विस्ट (The Final Reveal):
अगले दिन, वह रहस्यमयी लड़की (श्रद्धा कपूर) विक्की से मिलती है और कस्बे से चली जाती है। बस स्टॉप पर, वह अपने बैग से "स्त्री" की वही कटी हुई 'चोटी' निकालती है।
सच्चाई यह थी: वह लड़की खुद एक चुड़ैल (या जादूगरनी) थी, जो कई सालों से "स्त्री" की शक्तियों (उसकी चोटी) को हासिल करना चाहती थी। उसने विक्की का इस्तेमाल सिर्फ अपना काम पूरा करने के लिए किया था। वह न तो "स्त्री" थी और न ही कोई आम इंसान।
फ़िल्म इस सस्पेंस के साथ खत्म होती है, जिसकी कहानी 'स्त्री 2' में जारी रखी गई है।

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