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K.G.F. Chapter 1, Yash SuperStar, Rocky Bhai Blockbuster South Movie..

17 Vues • 02 Novembre 2025
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Rohit Choudhary
Rohit Choudhary
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⁣पूरा नाम: K.G.F: चैप्टर 1 (कोलार गोल्ड फील्ड्स)
रिलीज़: 21 दिसंबर 2018
निर्देशक: प्रशांत नील
मुख्य कलाकार:
यश (राजा कृष्णप्पा बैरया / "रॉकी")
श्रीनिधि शेट्टी (रीना देसाई)
रामचंद्र राजू (गरुड़)
अनंत नाग (आनंद इंगलगी, पत्रकार)

फ़िल्म की मुख्य थीम
यह कहानी 'रॉकी' नाम के एक लड़के की है, जो गरीबी में पैदा हुआ और अपनी मरती हुई माँ से वादा करता है कि वह दुनिया का सबसे अमीर और सबसे ताकतवर आदमी बनकर मरेगा। यह फ़िल्म बॉम्बे (मुंबई) की सड़कों से लेकर KGF (कोलार गोल्ड फील्ड्स) की खूनी खदानों तक उसके उदय (Rise) की कहानी है।

फ़िल्म की पूरी कहानी (Spoiler Alert)
यह कहानी एक पत्रकार आनंद इंगलगी (अनंत नाग) सुना रहे हैं, जिनकी लिखी किताब 'एल डोराडो' (El Dorado) पर भारत सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया है।
भाग 1: रॉकी का बचपन और वादा
फ़िल्म की शुरुआत 1951 में होती है, जहाँ राजा कृष्णप्पा बैरया ("रॉकी") का जन्म गरीबी में होता है। उसकी माँ उसे पालने के लिए बहुत संघर्ष करती है।
मरते समय, उसकी माँ उससे एक वादा लेती है: "तू कैसे जिएगा मुझे नहीं पता, लेकिन जब तू मरेगा, तो दुनिया के सबसे ताकतवर और अमीर आदमी के तौर पर मरेगा।"
अपनी माँ की मौत के बाद, 10 साल का रॉकी बॉम्बे आ जाता है। वहाँ वह बूट पॉलिश करने से लेकर छोटे-मोटे जुर्म करने लगता है।
भाग 2: बॉम्बे का डॉन
बड़ा होकर (यश), रॉकी बॉम्बे के एक बड़े गोल्ड स्मगलर 'शेट्टी' के लिए काम करने लगता है।
वह बेहद क्रूर और निडर है। वह अकेले ही कई गुंडों को मारता है और पूरे बॉम्बे के गोल्ड माफिया पर अपना दबदबा कायम कर लेता है। उसका एक ही सपना है - पूरी दुनिया पर राज करना।
भाग 3: KGF का परिचय और मिशन
इसी बीच, हमें KGF (कोलार गोल्ड फील्ड्स) की दुनिया दिखाई जाती है। 1951 में, सूर्यवर्धन नाम के एक व्यक्ति ने KGF को खोजा था। उसने धोखे से उस ज़मीन को 99 साल के लिए अपने नाम करवा लिया और वहाँ सोने की खदानें शुरू कीं।
सूर्यवर्धन ने हज़ारों लोगों को ज़बरदस्ती अगवा करके वहाँ गुलाम बना लिया, जो बेहद अमानवीय परिस्थितियों में काम करते थे।
सूर्यवर्धन के लकवाग्रस्त होने के बाद, उसका बेटा गरुड़ (रामचंद्र राजू) KGF का क्रूर शासक बन जाता है। गरुड़ को उसके पिता का भाई अधीरा (जिसे Chapter 2 में दिखाया गया है) सपोर्ट करता है।
भाग 4: रॉकी का मिशन - गरुड़ की हत्या
बॉम्बे में बैठे सूर्यवर्धन के पार्टनर्स (जो KGF पर कब्ज़ा करना चाहते हैं) रॉकी को एक काम सौंपते हैं। वे चाहते हैं कि रॉकी KGF जाकर गरुड़ को मार दे।
इसके बदले में वे रॉकी को पूरा बॉम्बे शहर देने का वादा करते हैं। रॉकी इस मिशन के लिए तैयार हो जाता है।
रॉकी, गरुड़ को मारने के लिए बैंगलोर पहुँचता है, लेकिन गरुड़ की सुरक्षा इतनी कड़ी होती है कि उसे मारना नामुमकिन लगता है।
भाग 5: KGF में प्रवेश
रॉकी प्लान बदलता है। वह खुद को एक गुलाम मज़दूर के तौर पर पकड़वा लेता है और KGF की खदानों में घुस जाता है।
अंदर जाकर वह देखता है कि KGF एक नर्क है। वहाँ गार्ड्स, मज़दूरों (जिनमें बच्चे और बूढ़े भी शामिल हैं) पर ज़ुल्म करते हैं, उन्हें मारते हैं और उनसे दिन-रात काम करवाते हैं।
रॉकी का दिल बदलता है। वह सिर्फ गरुड़ को मारने नहीं, बल्कि इन सभी गुलामों को आज़ाद कराने का फैसला करता है।
वह खदानों में छिपकर KGF के नक्शे और गरुड़ के आने-जाने के रास्ते का पता लगाता है।
भाग 6: मसीहा का उदय
खदान में, जब गार्ड्स एक माँ और उसके बेटे को मार देते हैं, तो रॉकी का गुस्सा फूट पड़ता है। वह अकेले ही कई गार्ड्स को मार डालता है और उन्हें आग में जला देता है।
इस एक घटना से, KGF के सारे गुलाम रॉकी को अपना 'मसीहा' (Messiah) मानने लगते हैं। वे उसमें अपना भगवान देखने लगते हैं।
भाग 7: क्लाइमेक्स - गरुड़ का वध
गरुड़ को पता चलता है कि खदानों में कोई घुसपैठिया है। वह 'माँ काली' की एक बड़ी पूजा रखता है, जहाँ वह तीन बंधकों की बलि देने वाला होता है।
रॉकी, गरुड़ के गुप्त रास्ते (सुरंग) का पता लगाकर ठीक पूजा के समय उसके महल तक पहुँच जाता है।
जब गरुड़ दो बंधकों की बलि दे चुका होता है, तब रॉकी (जो तीसरे बंधक की जगह छिप गया था) बाहर निकलता है।
हज़ारों गुलामों की भीड़ के सामने, जो उसे अपना भगवान मान रहे थे, रॉकी एक बड़ी तलवार से गरुड़ का सिर धड़ से अलग कर देता है।
अंत (Ending):
रॉकी, गरुड़ के मृत शरीर को आग में झोंक देता है और KGF की गद्दी पर बैठ जाता है। सारे गुलाम उसे अपना नया राजा मानकर उसकी जय-जयकार करते हैं।
यह फ़िल्म इस सीन पर खत्म होती है, जहाँ रॉकी ने KGF (पहली सीढ़ी) को जीत लिया है, लेकिन असली दुश्मन (अधीरा, रमिका सेन, और बॉम्बे के डॉन) अभी बाकी हैं, जिनकी कहानी 'KGF: चैप्टर 2' में दिखाई गई है।

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1 commentaires sort Trier par
Nidhi Sahu
Nidhi Sahu
22 heures depuis

really blockbuster movie

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