मेहनत, धैर्य और आत्मविश्वास—यही सच्चे दोस्त हैं जो लक्ष्य तक ले जाते हैं।
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26 Dezember 2025
अगर कोई व्यक्ति ईमानदारी और सही तरीके से अपने लक्ष्य पर पूरी निष्ठा से काम करता है, तो एक न एक दिन वही लक्ष्य उसे चुन ही लेता है।
याद रखना—लक्ष्य की राह पर चलते समय इंसान अक्सर अकेला होता है, क्योंकि भीड़ मंज़िल तक नहीं जाती।
लेकिन जो लिखकर अपने लक्ष्य तय करता है, वही उन्हें पाने तक पहुँचता है।
मेहनत, धैर्य और आत्मविश्वास—यही सच्चे दोस्त हैं जो लक्ष्य तक ले जाते हैं।
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