Shekhchilli और खुरपा कहानी – मजेदार हास्य कहानी | Shekh Chilli Funny Story in Hindi
Shekhchilli अपनी अजब-गजब हरकतों के लिए पूरे गाँव में मशहूर थे। उनकी मासूमियत और नादानी लोगों को हंसाने का काम करती थी। एक दिन की बात है, गाँव के एक बुजुर्ग ने शेखचिल्ली से कहा,
“शेखचिल्ली, खेत में थोड़ी घास उखाड़ दो।”
और उन्हें एक खुरपा थमा दिया।
शेखचिल्ली ने खुरपा लेकर काम तो शुरू कर दिया, लेकिन थोड़ी देर बाद उनके मन में सवाल आया—
“जब यह खुरपा ही घास उखाड़ रहा है, तो मुझे क्यों मेहनत करनी चाहिए?”
उनके दिमाग में एक अजीब-सी तरकीब आई। उन्होंने खुरपे को जमीन में खड़ा किया और खुद पेड़ के नीचे जाकर लेट गए। सोचा—
“अब खुरपा खुद ही काम करेगा, मैं आराम करूँगा।”
थोड़ी देर बाद किसान आया और देखा कि शेखचिल्ली सो रहे हैं और खुरपा वहीं रखा है। किसान ने गुस्से में पूछा—
“अरे भाई, काम क्यों नहीं कर रहे?”
शेखचिल्ली बोले—
“मैं तो काम कर रहा हूँ! खुरपा घास उखाड़ने का काम करता है। मैं इसकी देखरेख कर रहा हूँ।”
किसान हड़बड़ा गया और बोला—
“अरे बुद्धू! खुरपा तभी काम करेगा जब तुम करोगे।”
शेखचिल्ली ने जवाब दिया—
“तो फिर इसे दिया ही क्यों? अगर मुझे ही सब करना है तो मैं अपने हाथ से ही उखाड़ लेता!”
किसान हँसते-हँसते लोटपोट हो गया। शेखचिल्ली की मासूम पर तर्कपूर्ण बात ने सबका दिन बना दिया।