Saiyaara Most Loved Movie 2025

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Rohit Choudhary
Rohit Choudhary
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In Film

⁣ज़रूर, यह रही 2025 की हिट रोमांटिक-ड्रामा फ़िल्म 'सैयारा' (Saiyaara) की पूरी कहानी और सभी डिटेल्स।
फ़िल्म का विवरण
नाम: सैयारा (Saiyaara)
रिलीज़: 18 जुलाई 2025
निर्देशक: मोहित सूरी
निर्माता: यश राज फिल्म्स (Yash Raj Films)
मुख्य कलाकार:
अहान पांडे (कृष कपूर)
अनीत पड्डा (वाणी बत्रा)

फ़िल्म की मुख्य थीम
यह एक म्यूजिकल रोमांटिक ड्रामा फ़िल्म है जो दो बहुत अलग इंसानों के प्यार की कहानी है। एक तरफ कृष है, जो एक गुस्सैल और जुनूनी संगीतकार है, और दूसरी तरफ वाणी है, जो एक शांत और टूटे दिल वाली कवयित्री (शायर) है। फ़िल्म दिखाती है कि कैसे वे एक-दूसरे के अधूरेपन को पूरा करते हैं, लेकिन तभी ज़िंदगी उनके सामने एक ऐसी चुनौती रख देती है जो उन्हें अलग करने पर मजबूर कर देती है।

फ़िल्म की पूरी कहानी (Spoiler Alert)
भाग 1: दो टूटे दिलों का मिलना
वाणी बत्रा (अनीत पड्डा): एक शांत और प्रतिभाशाली लेखिका/कवयित्री है। फ़िल्म की शुरुआत में ही उसका मंगेतर उसे शादी के दिन छोड़कर चला जाता है। इस धोखे से उसका दिल टूट जाता है और वह अपनी भावनाओं को एक डायरी में लिखना शुरू कर देती है।
कृष कपूर (अहान पांडे): एक बहुत टैलेंटेड लेकिन गुस्सैल और अस्थिर (volatile) म्यूजिशियन है। वह एक बड़ा स्टार बनना चाहता है, लेकिन उसका गुस्सा और बचपन का ट्रॉमा (शराबी पिता) उसके रास्ते में आता रहता है।
वाणी एक मीडिया कंपनी में नौकरी के लिए जाती है, जहाँ उसकी मुलाकात कृष से होती है। कृष गलती से वाणी की डायरी पढ़ लेता है और उसकी शायरी और दर्द से भरे शब्दों से बेहद प्रभावित होता है।
भाग 2: म्यूजिक और प्यार
कृष, वाणी को अपने लिए गाने (लिरिक्स) लिखने के लिए मना लेता है। दोनों साथ में काम करना शुरू करते हैं। कृष का संगीत और वाणी के शब्द मिलकर जादू बिखेर देते हैं। काम करते-करते, वाणी कृष के बिखरे हुए जीवन में ठहराव लाती है, और कृष वाणी को उसके टूटे दिल से उबरने में मदद करता है। दोनों को एक-दूसरे से गहरा प्यार हो जाता है।
भाग 3: कहानी में मोड़ (The Twist)
जैसे ही कृष का करियर उनके गानों की वजह से उड़ान भरने लगता है और दोनों की ज़िंदगी पटरी पर आती है, कहानी में एक दर्दनाक मोड़ आता है।
वाणी को पता चलता है कि उसे "अर्ली-ऑनसेट अल्जाइमर" (Early-onset Alzheimer's disease) है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसमें वह धीरे-धीरे अपनी सारी यादें, यहाँ तक कि कृष को भी भूल जाएगी।
भाग 4: अलगाव और 'सैयारा' गाने का जन्म
वाणी यह सच्चाई कृष से छिपाने का फैसला करती है। वह नहीं चाहती कि उसकी बीमारी कृष के सुपरस्टार बनने के सपने के आड़े आए। वह कृष को खुद से दूर करने के लिए उसे छोड़ देती है।
कृष टूट जाता है, लेकिन उसे लगता है कि वाणी ने उसे धोखा दिया है। इसी दर्द में वह एक गाना रिकॉर्ड करता है, जिसका नाम "सैयारा" होता है (जिसका मतलब है एक भटकता हुआ सितारा)। यह गाना वाणी की लिखी आखिरी कविता पर आधारित था।
यह गाना रिलीज़ होते ही दुनिया भर में ज़बरदस्त हिट हो जाता है और कृष रातों-रात बहुत बड़ा सुपरस्टार बन जाता है।
भाग 5: क्लाइमेक्स (अंत)
कृष अब एक स्टार है, लेकिन वह वाणी को भूल नहीं पाता। एक साल बाद, उसे पता चलता है कि वाणी एक आश्रम (या हेल्थकेयर फैसिलिटी) में है और अपनी याददाश्त लगभग पूरी तरह खो चुकी है।
कृष सब कुछ छोड़कर वाणी के पास जाता है, लेकिन वाणी उसे पहचानती नहीं है।
कृष हार नहीं मानता। वह रोज़ वाणी के पास आता है और उसे उनकी पुरानी यादें (जैसे क्रिकेट के मैदान में उनकी पहली मुलाकात) याद दिलाने की कोशिश करता है और उनके बनाए हुए गाने सुनाता है।
धीरे-धीरे, संगीत और कृष के प्यार के ज़रिये, वाणी की याददाश्त वापस आने लगती है। फ़िल्म के आखिरी सीन में, वाणी आखिरकार कृष को पहचान लेती है और उसका नाम लेती है।
फ़िल्म का अंत एक bittersweet (खट्टे-मीठे) नोट पर होता है। दोनों फिर से एक हो जाते हैं और शादी कर लेते हैं, यह जानते हुए कि उनका भविष्य अनिश्चित है, लेकिन वे हर पल साथ बिताने का फैसला करते हैं।

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Nidhi Sahu
Nidhi Sahu 2 giorni fa

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