Als nächstes

प्रभु जगन्नाथ भी पान सेवन करते हैं

4 Ansichten· 08 Dezember 2025
Deepak
Deepak
11 Abonnenten
11

यह कथा प्रभुदास नामक सरल भक्त की अद्भुत भक्ति और भगवान जगन्नाथ के अपार कृपा‐चमत्कार को दर्शाती है। प्रभुदास रोज़ दो दिव्य युवकों को बिना दाम लिए पान खिला देते थे। जब बलराम दास ने उन्हें दाम माँगने को कहा, तब उन युवकों ने अपनी चादरें बंधक रखकर पान लिया। अगले दिन मंदिर में भगवान जगन्नाथ और बलभद्र की वही श्वेत चादरें गायब मिलीं। राजा प्रताप रुद्रदेव को स्वप्न में सच्चाई बताकर भगवान ने सेवकों को दंड से बचाया और पान भोग की प्रथा आरंभ हुई। अंत में प्रभुदास को साक्षात दर्शन का सौभाग्य मिला।

Zeig mehr

 2 Bemerkungen sort   Sortiere nach


Kedar Seeker सनातन संस्कार

👌👌👌🙏

0    0 Antworten
BIBEKANAND ROUT
BIBEKANAND ROUT 3 Tage vor

me apko sacrib kiya hu app bhi mujhe karo

0    0 Antworten
Zeig mehr

Als nächstes