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जब गरीब माली का आखिरी फूल श्याम बाबा ने स्वीकार लिया | Emotional Khatu Shyam Story #story #khatushya
यह वीडियो खाटू श्याम बाबा पर आधारित एक अत्यंत भावुक, प्रेरणादायक और दिव्य कथा प्रस्तुत करता है—
एक गरीब माली राघव की कहानी,
जो अपनी गंभीर रूप से बीमार बेटी को बचाने के लिए
अपनी सबसे प्रिय भेंट—श्याम बाबा को चढ़ाए जाने वाले फूल—
बेचने का निर्णय लेता है।
राघव रोज़ सुबह खाटू श्याम बाबा के चरणों में पहला फूल चढ़ाता था।
लेकिन जब बेटी की जान पर बन आई,
उसे या तो भगवान की पूजा करनी थी…
या अपनी बेटी को बचाना था।
उसने भगवान से कहा—
“बाबा, आज यह आखिरी फूल आपके चरणों में नहीं,
मेरी बेटी की साँसों में चढ़ा रहा हूँ।”
और तभी शुरू होता है
एक अद्भुत चमत्कार…
जो एक साधारण पिता के दिल को भी हिला देता है
और भगवान की ओर से आने वाली कृपा को भी दिखाता है।
रात के समय अस्पताल में
एक दिव्य पुरुष का आगमन होता है—
धवल वस्त्र, तेजस्वी चेहरा,
और माथे पर मोरपंख जैसी छवि…
जो बीमार बच्ची के सिर पर हाथ रखते ही
कमरे को सुनहरी रोशनी से भर देता है।
अगली सुबह बेटी पूरी तरह स्वस्थ हो जाती है।
और घर लौटते समय राघव को अपनी ही फूलों की टोकरी
दरवाज़े पर रखी मिलती है,
उस पर एक चिट्ठी के साथ—
“तेरा दिया हुआ हर फूल मैंने स्वीकार किया है…
और आज तेरी भक्ति लौटाई है। – खाटू श्याम”
यह कहानी हमें सिखाती है—
✨ भक्ति चीज़ों में नहीं… नीयत में होती है।
✨ सच्चे मन से माँगा गया वरदान कभी खाली नहीं जाता।
✨ श्याम बाबा अपने भक्तों की पुकार तुरंत सुनते हैं।
✨ गरीब का दिया हुआ एक फूल भी भगवान तक जल्दी पहुँचता है।
यह वीडियो हर उस व्यक्ति के लिए है
जो संघर्ष में है, टूट चुका है,
या अपनी जिंदगी में चमत्कार की प्रतीक्षा कर रहा है।
🙏 यदि यह कहानी आपके दिल को छू जाए,
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आपके जीवन में
श्याम बाबा की कृपा सदा बनी रहे।
🌸 जय श्री श्याम 🌸

very nice