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Prathinidhi 2 New Most Demanded Movie

22 ビュー • 01 11月 2025
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Rohit Choudhary
Rohit Choudhary
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⁣नाम: प्रतिनिधि 2 (Prathinidhi 2)
रिलीज़: 10 मई 2024
शैली (Genre): पॉलिटिकल ड्रामा, थ्रिलर
निर्देशक: मूर्ति देवगुप्तपु (एक पत्रकार का निर्देशन में डेब्यू)
मुख्य कलाकार:
नारा रोहित (चेतन / "चे")
सचिन खेडेकर (मुख्य मंत्री प्रजापति)
सिरी लेल्ला (OSD सिरी)
जिस्सु सेनगुप्ता (CBI ऑफिसर विक्रम संतोष)
दिनेश तेज (विश्व, CM का बेटा)
उदय भानु (NNC चैनल की संस्थापक)

फ़िल्म की पूरी कहानी (Spoiler Alert)
यह कहानी एक निडर और ईमानदार पत्रकार के इर्द-गिर्द घूमती है जो भ्रष्ट राजनीतिक व्यवस्था से टकरा जाता है।
भाग 1: ईमानदार पत्रकार 'चे'
चेतन "चे" (नारा रोहित) एक स्वतंत्र और बेखौफ पत्रकार है, जो किसी भी गलत काम के खिलाफ आवाज़ उठाने से नहीं डरता। उसकी इसी ईमानदारी को देखकर, एक NRI (उदय भानु) जो सच को जनता तक पहुँचाना चाहती है, 'NNC' नाम का एक नया न्यूज़ चैनल शुरू करती है और 'चे' को उसका CEO नियुक्त करती है।
'चे' को चैनल चलाने की पूरी आज़ादी दी जाती है। वह तुरंत भ्रष्ट नेताओं और मंत्रियों के घोटालों को उजागर करना शुरू कर देता है। वह अपने लाइव शो पर मंत्रियों से तीखे सवाल पूछता है, जिससे राजनीतिक गलियारों में हलचल मच जाती है।
भाग 2: मुख्यमंत्री और उपचुनाव
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री प्रजापति (सचिन खेडेकर) एक ईमानदार नेता हैं, लेकिन उनके आस-पास के मंत्री (जैसे अजय घोष और पृथ्वीराज) भ्रष्ट हैं। 'चे' के शो राज्य में बहुत लोकप्रिय हो जाते हैं। वह अपने एक शो में जनता से वोट के महत्व पर एक भावुक भाषण देता है, जिसका नतीजा यह होता है कि एक उपचुनाव (by-election) में रिकॉर्ड वोटिंग होती है और सत्ताधारी पार्टी का उम्मीदवार हार जाता है।
'चे' की लोकप्रियता बढ़ जाती है, लेकिन वह भ्रष्ट नेताओं की आँखों में खटकने लगता है।
भाग 3: मुख्यमंत्री की हत्या और ट्विस्ट
कहानी में बड़ा मोड़ तब आता है जब मुख्यमंत्री प्रजापति के आवास पर एक ज़ोरदार बम धमाका होता है, जिसमें उनकी मौत हो जाती है। पूरे राज्य में हड़कंप मच जाता है।
CBI ऑफिसर विक्रम संतोष (जिस्सु सेनगुप्ता) को इस हाई-प्रोफाइल हत्या की जांच सौंपी जाती है। जांच के दौरान, पहला शक 'चे' पर जाता है, क्योंकि वह लगातार मुख्यमंत्री और उनकी सरकार के खिलाफ खबरें दिखा रहा था। 'चे' को गिरफ्तार कर लिया जाता है।
इंटरव के बाद का ट्विस्ट:
कुछ दिनों बाद, जब CM के बेटे विश्व (दिनेश तेज) को अगला मुख्यमंत्री बनाने की तैयारी चल रही होती है, तब एक चौंकाने वाला खुलासा होता है। मुख्यमंत्री प्रजापति ज़िंदा लौट आते हैं!
भाग 4: असली साज़िश का खुलासा
CBI ऑफिसर विक्रम और 'चे' मिलकर असली साज़िशकर्ता को ढूँढने में लग जाते हैं। तब यह सच्चाई सामने आती है:
बम धमाका एक नाटक था: CM प्रजापति ने खुद ही अपनी मौत का नाटक रचा था।
मकसद: प्रजापति को पता चल गया था कि उनके अपने ही बेटे 'विश्व' सहित उनकी पार्टी के कई बड़े नेता (जो भ्रष्ट थे) उन्हें रास्ते से हटाकर सत्ता हथियाना चाहते थे।
असली विलेन: असली विलेन खुद CM का बेटा 'विश्व' था, जो अपने पिता के ईमानदार तरीकों से तंग आ गया था और जल्द से जल्द मुख्यमंत्री बनना चाहता था। उसने ही अपने पिता की हत्या की साज़िश रची थी।
प्रजापति ने यह नाटक इसलिए रचा ताकि वह 'चे' की मदद से अपने बेटे और बाकी भ्रष्ट मंत्रियों को रंगे हाथों पकड़ सकें।
क्लाइमेक्स (अंत)
'चे' और CBI ऑफिसर विक्रम, विश्व और उसके साथी भ्रष्ट नेताओं के खिलाफ सारे सबूत इकट्ठा कर लेते हैं। मुख्यमंत्री प्रजापति अपने बेटे को उसकी साज़िश के लिए गिरफ्तार करवा देते हैं।
'चे' को पत्रकारिता में उसकी बहादुरी के लिए बरी कर दिया जाता है। फ़िल्म इस संदेश के साथ समाप्त होती है कि सभी राजनेता एक जैसे नहीं होते और मीडिया का काम सत्ता से निडर होकर सवाल पूछना है। फ़िल्म के अंत में 'प्रतिनिधि 3' का भी संकेत दिया जाता है।

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Nidhi Sahu
Nidhi Sahu
13 時間 前に

good story

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