Kalinga 2024 Shrapit Horror South Movie
फ़िल्म का विवरण   
नाम: कलिंगा (Kalinga)   
रिलीज़: 2024 (13 सितंबर 2024, सिनेमाघरों में)   
निर्देशक: ध्रुव वायु (Dhruva Vaayu)   
मुख्य कलाकार:   
ध्रुव वायु (लिंगा / लिंगम)   
प्रज्ञा नयन (पद्दु / पद्मावती)   
अडुकलम नरेन (गाँव का मुखिया / पटेल)   
संजय (बाली, मुखिया का भाई)   
लक्ष्मण मीसाला (लिंगा का दोस्त)   
तनिकेल्ला भरणी   
आधार: यह एक ओरिजिनल कहानी है, जो तेलंगाना के एक गाँव पर आधारित है। यह एक फैंटेसी-हॉरर-थ्रिलर फिल्म है।   
   
फ़िल्म की पूरी कहानी (Spoiler Alert)   
यह कहानी तेलंगाना के 'कलिंगा' नामक एक रहस्यमयी गाँव की है, जहाँ एक पुरानी मान्यता है कि जो कोई भी गाँव की सीमा को पार करता है, वह कभी लौटकर वापस नहीं आता।   
भाग 1: 'लिंगा' और उसका प्यार   
कहानी का मुख्य पात्र लिंगा (ध्रुव वायु) है, जो एक अनाथ और लापरवाह युवक है। वह गाँव में शराब बेचकर अपना गुजारा करता है।   
लिंगा को गाँव की एक लड़की पद्दु (प्रज्ञा नयन) से प्यार हो जाता है।   
हालाँकि, पद्दु का पिता इस रिश्ते के सख्त खिलाफ है। वह लिंगा के सामने एक नामुमकिन शर्त रखता है।   
भाग 2: मुखिया का आतंक और शर्त   
गाँव पर एक क्रूर और शक्तिशाली मुखिया, पटेल (अडुकलम नरेन) का राज है। उसका छोटा भाई बाली (संजय) भी एक बदमाश है और उसकी नज़र पद्दु पर होती है।   
पद्दु के पिता, लिंगा से कहते हैं कि अगर वह पटेल के कब्जे से अपनी खोई हुई पारिवारिक जमीन के कागजात वापस ले आता है, तभी वह पद्दु से उसकी शादी कराएगा।   
यह जमीन गाँव की उस 'शापित' सीमा के पार स्थित है, जहाँ जाने से सब डरते हैं।   
भाग 3: रहस्यमयी सीमा   
लिंगा इस चुनौती को स्वीकार कर लेता है। जैसे ही वह उस जमीन की खोज शुरू करता है, गाँव में अजीब और डरावनी घटनाएँ होने लगती हैं।   
पता चलता है कि उस सीमा के पार कोई अलौकिक शक्ति या कोई छिपा हुआ खजाना है, जिससे गाँव में रहस्यमयी मौतें होती हैं।   
लिंगा का मिशन अब सिर्फ अपनी जमीन वापस पाना नहीं, बल्कि इस रहस्य से पर्दा उठाना भी बन जाता है।   
भाग 4: क्लाइमेक्स और अंत   
लिंगा गाँव की सीमा पार करता है और उसका सामना उस डरावनी ताकत से होता है।   
कहानी का क्लाइमेक्स लिंगा के जीवित रहने के संघर्ष पर केंद्रित है। उसे एक ही समय में दो दुश्मनों से लड़ना पड़ता है—पहला, गाँव का मुखिया पटेल और उसका भाई बाली, और दूसरा, उस सीमा के पार की अलौकिक शक्ति।   
अंत (Ending):   
फिल्म का अंत एक ट्विस्ट के साथ होता है, जहाँ लिंगा उस रहस्यमयी पहेली को सुलझा लेता है। वह न केवल अलौकिक खतरे को हराता है, बल्कि मुखिया पटेल के आतंक को भी गाँव से खत्म कर देता है। अंत में, वह अपनी जमीन वापस हासिल करता है और पद्दु को अपनाता है, इस प्रकार गाँव को सदियों पुराने अभिशाप से मुक्त कराता है।
			
			
			
			
			
			
			
			
			