Gol viti ceremony
गोल वीटी मेवाड़ क्षेत्र की एक महत्वपूर्ण पारंपरिक धार्मिक रस्म है, जिसका आयोजन विशेष रूप से राजस्थान के गांवों में होता है। गोल वीटी का शाब्दिक अर्थ ताँबे की अंगूठी है, जो भैरुजी बावजी मंदिर में एक धार्मिक दीक्षा या सांस्कृतिक प्रतीक के रूप में पहनाई जाती है। इस आयोजन में परिवार एवं समुदाय के लोग एकत्र होते हैं और भैरुजी बावजी को अपना गुरु मानकर यह दीक्षा लेते हैं। गोल वीटी कार्यक्रमों में भजन-कीर्तन, मंदिर में पूजा-अर्चना, पारिवारिक सहभागिता, पारंपरिक संगीत और हर्षोल्लास के साथ सामूहिक भोज का आयोजन किया जाता है। यह परंपरा समुदाय की सामाजिक एकता, धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक विरासत को जीवित रखने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है, जिससे मेवाड़ क्षेत्र की सांस्कृतिक पहचान और धार्मिक भावना का भी प्रतीक माना जाता है।
