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राजा और किसान की कहानी | Raja aur Kisan Story | Moral Story for Kids in राजा और किसान की कहानी Raja

2 Visninger· 18 November 2025
rupeshkum
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⁣एक समय की बात है, एक राज्य में एक न्यायी और दयालु राजा रहता था। वह अक्सर भेष बदलकर अपने राज्य का हाल देखने जाता था ताकि उसे लोगों की वास्तविक स्थिति का पता चल सके।


एक दिन राजा ने साधारण किसान के कपड़े पहनकर गांव की ओर चलना तय किया। रास्ते में उसे एक किसान खेत में कड़ी मेहनत करते हुए दिखाई दिया। किसान धूप में पसीने से तरबतर होकर खेती कर रहा था, लेकिन उसके चेहरे पर थकान के बजाय संतोष दिख रहा था।


राजा ने उससे पूछा—
“भाई, इतनी मेहनत क्यों करते हो? क्या तुम्हें कभी थकान नहीं होती?”


किसान मुस्कुराकर बोला—
“मैं मेहनत इसलिए करता हूँ कि मेरे परिवार को दो वक्त की रोटी मिल सके। मेहनत करने से संतोष मिलता है और भगवान ने मेहनत का फल कभी व्यर्थ नहीं जाने दिया।”


राजा उसकी ईमानदारी और मेहनत से बहुत प्रभावित हुआ। उसने फिर पूछा—
“तुम्हारे खेत में पानी की कमी तो नहीं होती?”


किसान बोला—
“कभी-कभी होती है, लेकिन मैं शिकायत नहीं करता। राजा हमारा है, वह जरूर किसी दिन इसका समाधान करेगा।”


किसान की यह बात सुनकर राजा का हृदय पिघल गया। राजा ने सोचा—
“यह आदमी कठिनाइयों के बावजूद मेरा इतना विश्वास करता है। मुझे इसके लिए कुछ करना चाहिए।”


अगले ही दिन राजा ने अपने दरबार में आदेश दिया कि उस गांव में एक नई नहर बनाई जाए, ताकि किसानों को सालभर पानी मिल सके। साथ ही, उसने किसान को उसके परिश्रम के लिए सम्मान और उपहार भी दिया।


जब किसान को पता चला कि वही साधारण आदमी वास्तव में राजा था, तो वह भावुक हो गया और बोला—
“महाराज, आपने मेरे गांव की तकदीर बदल दी। इसी विश्वास ने मुझे हमेशा ईमानदारी से काम करने की प्रेरणा दी।”


राजा मुस्कुराया—
“मेहनत और विश्वास रखने वाले लोग ही राज्य की असली ताकत होते हैं।”⁣🌟 कहानी की सीख (Moral of the Story)


मेहनत और ईमानदारी का फल हमेशा मिलता है।


सच्चा नेता वही होता है जो अपनी प्रजा का हाल समझे।


कर्तव्य और विश्वास जीवन को मजबूत बनाते हैं।


बुरे हालात में भी सकारात्मक सोच बहुत काम आती है।

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