सफल इंसान के जीवन में एक ऐसा दौर ज़रूर आया है
यह वाक्य सिर्फ एक लाइन नहीं है, यह ज़िंदगी का कड़वा सच है।
दुनिया उन्हें याद रखती है जो अंत तक डटे रहते हैं, न कि उन्हें जो बीच रास्ते में रुक जाते हैं।
जब कोई इंसान हार मान लेता है, तो उसका संघर्ष वहीं खत्म हो जाता है।
लेकिन जिसने हार मानने से इंकार कर दिया—वही इतिहास लिखता है।
दुनिया मौके सबको देती है,
पर दुनिया बनती उन्हीं की है जो मौके को छोड़ते नहीं हैं।
हर सफल इंसान के जीवन में एक ऐसा दौर ज़रूर आया है
जहाँ हालात कह रहे थे—“अब छोड़ दे”
लेकिन अंदर की आवाज़ कह रही थी—“बस एक बार और कोशिश कर।”
जो लोग कहते हैं
“मेरे बस का नहीं”, “मुझसे नहीं होगा”, “किस्मत खराब है”
वही लोग धीरे-धीरे दुनिया की रेस से बाहर हो जाते हैं।
याद रखो—
हार मानना सबसे आसान रास्ता है,
लेकिन आसान रास्ते कभी मंज़िल तक नहीं ले जाते।
दर्द, असफलता, अपमान—
ये सब सफर का हिस्सा हैं,
पर रुक जाना विकल्प नहीं है।
दुनिया उन लोगों को सलाम करती है
जो गिरकर भी खड़े होते हैं,
रोकर भी चलते रहते हैं,
और थककर भी हार नहीं मानते।
क्योंकि सच यही है—
👉 हार मानने वालों की कोई दुनिया नहीं होती,
👉 दुनिया उन्हीं की होती है जो अंत तक लड़ते हैं।
