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Baahubali 2: The Conclusion Prabhas Superstar Movie

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Rohit Choudhary
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⁣फ़िल्म का विवरण
नाम: बाहुबली 2: द कन्क्लूजन (Baahubali 2: The Conclusion)
रिलीज़: 28 अप्रैल 2017
निर्देशक: एस. एस. राजामौली
मुख्य कलाकार:
प्रभास (अमरेंद्र बाहुबली और महेंद्र बाहुबली/शिवुडु)
राणा दग्गुबाती (भल्लालदेव)
अनुष्का शेट्टी (देवसेना)
सत्यराज (कटप्पा)
राम्या कृष्णन (शिवगामी)
नासर (बिज्जलदेव)

फ़िल्म की पूरी कहानी (Spoiler Alert)
यह कहानी वहीं से शुरू होती है जहाँ पहली फ़िल्म खत्म हुई थी। कटप्पा, शिवुडु (महेंद्र बाहुबली) को उसके पिता अमरेंद्र बाहुबली की कहानी सुनाना जारी रखता है।
भाग 1: देवसेना से मुलाकात (फ्लैशबैक जारी)
'कालकेय' कबीले पर जीत हासिल करने के बाद, शिवगामी (राम्या कृष्णन) अमरेंद्र बाहुबली को महिष्मती का राजा घोषित कर देती है। राज्याभिषेक से पहले, अमरेंद्र अपनी माँ के कहने पर साम्राज्य का दौरा करने निकलता है, ताकि वह अपनी प्रजा के हाल को समझ सके।
इस यात्रा में वह 'कुंतल' राज्य पहुँचता है। वहाँ उसकी मुलाकात राजकुमारी देवसेना (अनुष्का शेट्टी) से होती है। देवसेना एक निडर, सुंदर और स्वाभिमानी योद्धा थी। अमरेंद्र उसे अपना दिल दे बैठता है और अपनी असली पहचान छिपाकर, एक आम इंसान बनकर उसके राज्य में रहने लगता है।
भाग 2: साज़िश की शुरुआत
इधर महिष्मती में, भल्लालदेव (राणा दग्गुबाती) और उसका पिता बिज्जलदेव (नासर) गुस्से में थे। भल्लालदेव भी देवसेना की तस्वीर देखकर उसे पाना चाहता है। वह अपनी माँ शिवगामी से देवसेना से शादी करने की ज़िद करता है।
शिवगामी, जो अमरेंद्र के प्यार से अनजान थीं, कुंतल राज्य को संदेश भिजवाती हैं कि वे देवसेना का विवाह भल्लालदेव से करना चाहती हैं।
भाग 3: टकराव और वचन
देवसेना, जिसे यह रिश्ता मंजूर नहीं था, शिवगामी के भेजे दूत का और उस प्रस्ताव का बुरी तरह अपमान कर देती है। यह बात सुनकर शिवगामी आग-बबूला हो जाती है और देवसेना को बंदी बनाकर महिष्मती लाने का आदेश देती है।
जब महिष्मती के सैनिक कुंतल पर हमला करते हैं, तब अमरेंद्र बाहुबली अपनी असली पहचान उजागर करता है और देवसेना की रक्षा करता है। वह देवसेना को "वचन" देता है कि वह उसकी इज़्ज़त और जान की रक्षा करेगा और उसे अपने साथ महिष्मती ले आता है।
भाग 4: शिवगामी का फैसला
महिष्मती के भरे दरबार में, शिवगामी अमरेंद्र से कहती है कि वह या तो "राजगद्दी" चुने या "देवसेना"।
अमरेंद्र बाहुबली, अपने वचन और प्यार को निभाते हुए, "देवसेना" को चुनता है और राजगद्दी त्याग देता है। शिवगामी तुरंत भल्लालदेव को महिष्मती का नया राजा घोषित कर देती है।
भाग 5: बाहुबली का निष्कासन
भले ही भल्लालदेव राजा बन गया, लेकिन प्रजा अभी भी अमरेंद्र बाहुबली को ही अपना राजा मानती थी। इससे भल्लालदेव की नफरत और बढ़ गई। उसने साज़िश रचकर अमरेंद्र और गर्भवती देवसेना को महल से निर्वासित (banish) कर दिया।
दोनों महल छोड़कर आम जनता के बीच खुशी-खुशी रहने लगते हैं। इसी बीच देवसेना एक बेटे (महेंद्र बाहुबली) को जन्म देती है।
भाग 6: मुख्य रहस्य - कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा?
भल्लालदेव और बिज्जलदेव एक आखिरी और सबसे घिनौनी चाल चलते हैं। वे शिवगामी को यह यकीन दिला देते हैं कि अमरेंद्र बाहुबली, राजा भल्लालदेव को मारना चाहता है।
शिवगामी, जो पहले से ही देवसेना के कारण अमरेंद्र से नाराज़ थी, इस झूठ पर यकीन कर लेती है। वह अपने सबसे वफादार गुलाम कटप्पा (सत्यराज) को आदेश देती है कि वह अमरेंद्र बाहुबली की हत्या कर दे।
कटप्पा, जो महिष्मती के सिंहासन के प्रति अपनी शपथ से बंधा हुआ था, उसे राजमाता का आदेश मानना ही पड़ा। वह धोखे से अमरेंद्र को एक सुनसान जगह पर बुलाता है और भारी मन से उसकी पीठ में तलवार घोंप देता है। अमरेंद्र बाहुबली, अपने सबसे भरोसेमंद 'मामा' (कटप्पा) के हाथों मरते हुए दम तोड़ देता है।
भाग 7: शिवगामी का पश्चाताप
जब कटप्पा, अमरेंद्र को मारकर शिवगामी को यह खबर देता है, तभी भल्लालदेव अपनी असली रूप दिखाता है और देवसेना और उसके नवजात बच्चे को भी मारने की कोशिश करता है। तब शिवगामी को अपनी भयानक गलती का एहसास होता है। वह बच्चे (महेंद्र बाहुबली) को बचाकर महल से भागती है (जैसा कि पहली फ़िल्म के शुरू में दिखाया गया था), और देवसेना को बंदी बना लिया जाता है।
भाग 8: क्लाइमेक्स (वर्तमान)
पूरी सच्चाई जानने के बाद, महेंद्र बाहुबली (शिवुडु) का खून खौल उठता है। वह कटप्पा, अवंतिका और कुंतल राज्य के बचे हुए सैनिकों के साथ महिष्मती पर हमला कर देता है।
महेंद्र और भल्लालदेव के बीच भयंकर युद्ध होता है। अंत में, महेंद्र बाहुबली अपने ताऊ भल्लालदेव को हरा देता है और उसे उसी चिता में ज़िंदा जलाकर मार देता है, जिस पर भल्लालदेव ने देवसेना को मारने की तैयारी की थी।
अंत
महेंद्र बाहुबली अपनी माँ देवसेना को 25 साल की कैद से आज़ाद कराता है, अपने पिता की मौत का बदला लेता है और महिष्मती का नया राजा बनता है।

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