नरेश भाईसाहब को चाहने वालों की आंखों में आज आसूं हैं। भ्रष्टाचार जीत गया - संघर्ष हार गया 🥲🥲 एक इंसान कितना ही संघर्ष कर सकता है 2 साल से एक भी दिन पुरी नींद नहीं सोया लेकिन हाडौती की जनता फिर भी इस कोहीनूर को समझ नहीं पाई। भाईसाहब आप लडाका हो, मर्द हो, लाखों लोगों की उम्मीद कि किरण हो! हम सब मरते दम तक आपके साथ है। ... Naresh Meena