एक औरत के काम की कीमत अक्सर उसके होने से नहीं, बल्कि उसके न करने से समझ आती है। जिस दिन वह थक कर बैठ जाती है या बीमार होकर बिस्तर पकड़ लेती है, उस दिन पूरा घर एक बिखरे हुए मलबे की तरह नज़र आने लगता है।
0
0
0
2
Dieses Video wird gerade bearbeitet. Bitte kommen Sie in ein paar Minuten zurück