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यह रही जेठालाल पर एक मज़ेदार कहानी हिंदी में ❤❤❤
जेठालाल और गायब हुआ मोबाइल
गोकुलधाम सोसाइटी में एक सुबह जेठालाल गड़ा बड़े खुश मूड में उठे। आज गड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स में बड़ी सेल थी।
“आज तो मज़ा आ जाएगा,” जेठालाल बोले,
“पहले बबीता जी को गुड मॉर्निंग बोल दूँ।”
लेकिन जैसे ही उन्होंने मोबाइल ढूँढा—
अरे बाप रे! मोबाइल तो गायब था!
“दयाआआ!” जेठालाल चिल्लाए,
“मेरा मोबाइल कहीं नहीं मिल रहा!”
दया रसोई से आईं और बोलीं,
“अरे टप्पू के पापा, घबराइए मत। आपने कहीं रख दिया होगा।”
यह कहानी एक छोटे लड़के अर्जुन और उसके पिता की मेहनत का सच्चा भावनात्मक चित्र है।
रात-रात भर मजदूरी करने वाले पिता ने कभी हार नहीं मानी, क्योंकि उनका सपना था—
“मेरा बेटा मुझसे बेहतर जिंदगी जिए।”
सालों बाद जब अर्जुन इंजीनियर बना और पहली तनख्वाह से अपने पिता को उपहार दिया,
तो उसकी एक ही पंक्ति ने दिल छू लिया—
“पापा… आज मैं नहीं जीता, आपकी मेहनत जीती है।”
यह वीडियो हर उस पिता को समर्पित है जो चुपचाप संघर्ष करता है, सिर्फ अपने बच्चों के लिए।


