Korte broek Opprett
गंगाजल कभी खराब क्यों नहीं होता? 🤔
ये सवाल हर किसी के मन में आता है।
हिंदू धर्म में माँ गंगा को सबसे पवित्र माना गया है।
मान्यता है कि गंगाजल में स्नान करने से
पाप धुल जाते हैं और मन शुद्ध हो जाता है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि
विज्ञान भी गंगाजल के इस रहस्य को मानता है?
वैज्ञानिक शोधों के अनुसार
गंगाजल में पाए जाते हैं बैक्टीरियोफेज —
जो पानी को सड़ाने वाले कीटाणुओं को
पनपने ही नहीं देते।
साथ ही गंगोत्री से निकलते समय
इस जल में जड़ी-बूटियाँ, खनिज और सल्फर
जैसे तत्व मिल जाते हैं
जो इसे औषधीय बना देते हैं।
इस वीडियो में जानिए
आस्था और विज्ञान का अनोखा संगम। 🙏
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बिहार के एक सुनसान गाँव में खड़ा है एक पुराना आम का पेड़, जिसे लोग “कुहासा वाला पेड़” कहते हैं। रात होते ही उसके चारों तरफ़ रहस्यमयी धुंध फैल जाती है—और उसी धुंध में छिपी है एक जली-बुझी आत्मा, जो अपने खोए हुए बच्चे की तलाश में भटकती है। पूजा नाम की लड़की एक रात जब shortcut लेते हुए उस पेड़ के पास पहुँचती है, तो उसे एक ऐसी परछाईं दिखती है जो उसके जीवन का आख़िरी सच बन जाती है। पेड़ के नीचे रोती हुई वह औरत… उसका विकृत चेहरा… और पूजा के बैग में हिलती वह चीज़—सब एक ऐसे रहस्य को उजागर करते हैं, जिसे गाँव वाले आज भी दबाकर रखना चाहते हैं। कहते हैं, जिसने भी उस पेड़ के पास टंगे हिलते बैग को देखा… वह कभी वापस नहीं आया।



