Kratke hlače Stvoriti
समुद्र मंथन की पौराणिक कथा में देवताओं और असुरों ने मिलकर अमरता का अमृत प्राप्त करने के लिए समुद्र का मंथन किया। मंथन से कई अद्भुत रत्न निकले, जिनमें सबसे मूल्यवान था — अमृत। जब अमृत कलश निकला, तो असुरों ने उसे छीनने की कोशिश की, ताकि वे अमर हो सकें और देवताओं पर विजय प्राप्त कर सकें। तब भगवान विष्णु ने मोहिनी रूप धारण कर असुरों को मोहित किया और अमृत देवताओं को पिला दिया। एक असुर, राहु, ने धोखे से अमृत पी लिया, लेकिन सूर्य और चंद्रमा ने उसकी पहचान कर ली। विष्णु ने तुरंत उसका सिर काट दिया। राहु का सिर अमर हो गया और यही कारण है कि राहु और केतु ग्रहण का कारण माने जाते हैं। यह कथा अमरता की लालसा, छल-कपट और ईश्वरीय न्याय का प्रतीक मानी जाती है।
स्थान: यह उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले में एक छोटा सा हॉल्ट स्टेशन है।
बंद होने की अफवाह: स्थानीय कहानियों के अनुसार, यह स्टेशन कई दशकों तक कथित तौर पर भूतिया घटनाओं के कारण बंद रहा था, लेकिन इसे बाद में फिर से खोल दिया गया।
स्थानीय मान्यता: लोगों का कहना है कि उन्होंने स्टेशन के पास अजीबोगरीब आवाजें सुनी हैं और कुछ रहस्यमयी मौतें भी हुई हैं, जिन्हें इन कहानियों से जोड़ा जाता है।





