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मेघालय के लिविंग रूट ब्रिज दुनिया में अनोखे हैं क्योंकि इन्हें इंसानों ने नहीं बनाया—इन्हें “उगाया” गया है!
स्थानीय खासी और जयंतिया जनजाति रबर के पेड़ (Ficus elastica) की जड़ों को बाँस और लकड़ी के सहारे सही दिशा में मोड़कर पुल की तरह बढ़ाती हैं।
इन जड़ों को मजबूत होने में 15–20 साल लगते हैं, लेकिन once तैयार हो जाएं तो ये 500–600 साल तक टिकते हैं।
ये पुल जितनी बार चलते हैं उतना ही मजबूत होते जाते हैं—यही है इनका असली Secret!
यह nature + human skill का दुनिया में सबसे सुंदर उदाहरण है।
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Kele Ke Pate Par Khane Ke Fayde
क्या आप जानते हैं कि केले के पत्ते पर खाना सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि सेहत से भरपूर एक प्राकृतिक तरीका है?
इस वीडियो में हम बताएँगे केले के पत्ते पर खाने के 7 बड़े वैज्ञानिक और आयुर्वेदिक फायदे, जिन्हें जानकर आप भी इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहेंगे।
🍃 केले के पत्ते पर खाने के मुख्य फायदे:
✔️ टॉक्सिन हटाता है – केले के पत्ते में मौजूद पॉलीफेनॉल प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट हैं।
✔️ खाने का स्वाद बढ़ाता है – पत्ते की नैचुरल खुशबू खाने को और स्वादिष्ट बनाती है।
✔️ बैक्टीरिया-फ्री खाना – केला पत्ता एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है।
✔️ प्लास्टिक और स्टील से बेहतर – यह ज़्यादा सेफ़, नैचुरल और इको-फ्रेंडली विकल्प है।
✔️ पाचन शक्ति में सुधार – केले का पत्ता भोजन को हल्का और आसानी से पचने योग्य बनाता है।
✔️ आयुर्वेदिक लाभ – आयुर्वेद में इसे सात्विक भोजन का हिस्सा माना गया है।
✔️ 100% बायोडिग्रेडेबल – पर्यावरण को किसी भी तरह का नुकसान नहीं।
