Шорты создать
“अक्कलकोट के महाराज स्वामी समर्थ, दत्तत्रेय भगवान के अवतार माने जाते हैं। उनका व्यक्तित्व अत्यंत दिव्य, शांत और करुणा से भरा हुआ था। स्वामीजी अपने भक्तों के दुख दूर करने और उनके जीवन को सही दिशा देने के लिए प्रसिद्ध हैं। ‘भक्तांनो, भिऊ नका… मी तुजा पाठीशी आहे!’ जैसे उपदेशों से उन्होंने अनगिनत लोगों को आश्वासन दिया।
स्वामी समर्थ की कृपा जिसे मिल जाती है, उसका जीवन आनंद से भर जाता है। उनकी वाणी, उनका आशीर्वाद, और उनकी अद्भुत चमत्कारी शक्तियाँ आज भी भक्तों के जीवन में प्रकाश और शक्ति का संचार करती हैं।”
यह वीडियो एक मज़ेदार और क्यूट सीन दिखाता है। इसमें तीन छोटे-छोटे पप्पी (कुत्ते के बच्चे) बैठे हैं, और उनके सामने एक छोटा बच्चा बैठा है। बच्चा अपने हाथ से ऐसे इशारा करता है जैसे वह गोलियाँ चला रहा हो — “धूँ-धूँ!” की तरह। जैसे ही बच्चा हाथ से गोली चलाने का अभिनय करता है, पप्पी एक-एक करके मज़ाकिया तरीके से पीछे की ओर गिरते जाते हैं, जैसे बच्चे की "गोलियों" से प्रभावित हो रहे हों।
पूरा सीन बेहद प्यारा और हँसी से भर देने वाला है — बच्चा खेल रहा है, और पप्पी उसकी एक्टिंग में साथ देते हुए नन्हे-नन्हे अंदाज़ में गिरते जाते हैं। यह वीडियो मज़ाकिया भी है और देखने वालों का दिल जीत लेने वाला भी।





