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दिल की जिन बातों को हम, किसी से कह नहीं पाते हैं, दिल के उन जज्बातों को हम, गीतों से बयां करते हैं। हम तो दीवाने हैं यारों, अपनी बात कहा करते हैं, मगर ये जग वाले हमको, यारों शायर कहा करते हैं।।
किसी की आशिकी में हमने, अपना चैन सुकूं खोया है, होकर पागलों सा अपना, दिल ये बेपनाह रोया है। अब तो बेकसी में हर दम, हम तो आह भरा करते हैं, इस आशिकी में डूब, खुद को खुद से जुदा करते हैं। हम तो दीवाने हैं यारों, अपनी बात कहा करते हैं, मगर ये जग वाले हमको, यारों शायर कहा करते हैं।
यारों ऐसा नहीं है कि दिल में, अब उसकी तस्वीर नहीं है, मगर मेरे इन हाथों में, उसकी कोई लकीर नहीं है। हम जो उससे ना कह पाए, वो सब ख्वाबों में कहा करते हैं, रोग लगाकर के चाहत का, इन खुशियों को विदा करते हैं। हम तो दीवाने हैं यारों, अपनी बात कहा करते हैं, मगर ये जग वाले हमको, यारों शायर कहा करते हैं।
हमने तो वो लिखा कागज पर, जो इस कलम ने बोल दिया, मगर इस ना मुराद दिल ने तो, सारा राज ही खोल दिया। जिनको मिलती उल्फत में हार है, वो दिल के हाल लिखा करते हैं, जानें क्यों उल्फत में हाय, ये दिल ऐसी खता करते हैं। हम तो दीवाने हैं यारों, अपनी बात कहा करते हैं,
मगर ये जग वाले हमको, यारों शायर कहा करते ।
Lyrics Alok Kumar Sharma.
तकलीफें तो बहुत सी देखी हैं मगर, इस जिंदगी से कोई गिला नहीं है। बिना बताए समझ सके जो हमको,
अभी तक ऐसा कोई मिला नहीं है।
I have seen many hardships but I have no complaints with this life. I have not met anyone who can understand me without telling me.
जीवन में गमों के साए हैं, दिल में वीराने छाए हैं, जो कभी देखे नहीं हमने, लाईफ में वो दुख उठाए हैं।
हमको रब अपनी मेहनत का, क्यों मिलता सिला नहीं है, जबसे दिल की बगिया उजड़ी है, फूल कोई खिला नहीं है। तकलीफें तो बहुत सी देखी हैं मगर, इस जिंदगी से कोई गिला नहीं है। बिना बताए समझ सके जो हमको, अभी तक ऐसा कोई मिला नहीं है।
I have seen many hardships but I have no complaints with this life. I have not met anyone who can understand me without telling me.
जीवन के इस रण में खुद को, हमने योद्धा बनाया है, हर चुनौती पार करने को, सफलता का गीत गाया है। इस जग में अच्छे कर्म करके भी, क्यों होता भला नहीं है, खुशियों का दीप इस दिल में, अब तक कोई जला नहीं है। तकलीफें तो बहुत सी देखी हैं मगर, इस जिंदगी से कोई गिला नहीं है। बिना बताए समझ सके जो हमको, अभी तक ऐसा कोई मिला नहीं है।
I have seen many hardships but I have no complaints with this life. I have not met anyone who can understand me without telling me.
हर एक मुश्किल में हमने, खुद को मजबूत बनाया है, हार नहीं मानी है हमने, संघर्ष करके दिखाया है। लेकिन जो दिल में बस बैठा है, गमों का ढहता किला नहीं है। रब ये हिम्मत क्यों टूटती है, क्यों इन गमों से, होता मुकाबला नहीं है।
तकलीफें तो बहुत सी देखी हैं मगर, इस जिंदगी से कोई गिला नहीं है।
बिना बताए समझ सके जो हमको,
अभी तक ऐसा कोई मिला नहीं है।
I have seen many hardships but I have no complaints with this life. I have not met anyone who can understand me without telling me.
Lyrics Alok Kumar Sharma.
हम यादों में उनकी है, जब भी तन्हा से टूटते हैं,
हम रब से पूछते हैं, ये आंसू क्यों नहीं सूखते हैं।
ना हमको अपना पता है और ये दिल भी लापता है,
यारों दिलबर की आंखों में, हम खुदा को ढूंढते हैं।।
वो जब भी हंसते हैं यारों, लगता है चांदनी बिखर गई है, आने से उनके इस लाईफ में, ये जिंदगी संवर गई है। हम करवट बदल बदल कर, जब भी रातों में टूटते हैं,
ना जाने कौन सी मिट्टी के, बने हुए हैं मेरे हमदम,
उनसे मिलते ही पल भर में, मिट जाते हैं सारे गम।
मिली है जबसे नजर उनसे, सपने आंखों में घूमते हैं,
हम मरते दम तक ही चाहेंगे, ये पाक रिश्ते निभाएंगे,
अपनी इन अंतिम सांसों तक हम, ये आशिकी करके दिखाएंगे। चमकते हैं ये रोजाना, सितारे नहीं डूबते हैं,
Lyrics Alok Kumar Sharma.
आ जा ओ लौट के फिर से, हम तुम बिन अधूरे हैं,
मेरे इस दिल के दरवाजे ये, सदा तेरे लिए खुले हैं।
इस प्यार से हर कोई जग में, उस रब को छू ले है,
मोहब्बत में इतना दम होता है, इंसान फले फूले है।।
वो बचपन की गलियां, यारों वो फूल और कलियां,
बागों में घूमती हुई प्यारी, वो अल्हड़ सी तितलियां।
ना तेरा कुए जाना भूले हैं, ना तेरा खेत घुमाना भूले है,
मेरी उन यादों में शुमार, अभी भी सावन के झूले हैं।।
वो शामों का धुंधलाना, वो चाँदनी रातों में जगाना,
तेरे संग बीता वो हर पल, आज भी सपनों में आना।
तेरे कानों में ये बाली और बिंदिया माथे पर सजे है,
तेरी पायल की झंकार, आज भी इन कानों में गूँजे है।।
हवा के झोंके का आना है, तुझको सीने से लगाना है,
जैसे गुलशन के फूलों का, फिजा को खुशबू से महकाना है। तुम इस दिल में बसे हो, ए मेरे यारा इस तरह से, तेरा हंसता सा वो चेहरा, हम आज भी नहीं भूले हैं।।
Lyrics Alok Kumar Sharma.
यारों ये मोहब्बत हबीब होती है, यारों ये मोहब्बत जदीद होती है, निभा सके अगर कोई इसको तो, यारों ये मोहब्बत मजीद होती है।
ये रस्में उल्फत भी यारों, दुनिया में बड़ी अजीब होती हैं। इस मोहब्बत में किसी को आशिकी तो, किसी को सायरी नसीब होती है।।
हुस्न पर जब भी खुल करके ये शबाब आता है, वो कदमों में दिल को रख करके सर को झुकाता है। बड़ा चैन देती है दीवाने को, ये आशिकी भी रकीब होती है, मिल जाए किसी को चाहने से मोहब्बत तो, वो रूह बड़ी खुश नसीब होती है।
किसी पर जब भी यारों, इस मोहब्बत का सुरूर चढ़ता है, वो उल्फत की इन राहों में, यारों बेखौफ बढ़ता है। ये जवानी भी आशिकी में, उल्फत की मुरीद होती है, अपने दिलबर के लिए दीवानी, हर दिल अजीज होती है।
ये आशिकी क्या होती है,बस आशिक ही जानता है, हुस्न की इन अदाओं को केवल आशिक ही पहचानता है।
ये दिल की चाहत जब भी, इस दिल के करीब होती है, इस दिल की धड़कनों में भी, बस उसकी तस्वीर होती है।
Lyrics Alok Kumar Sharma.
यारों बिना चांद के रात नहीं होती है उजाली, महबूब अगर साथ है तो हर रात है दिवाली। अगर तू नहीं है साथ तो ये जिंदगी है काली, तेरे बिना ये जिंदगी अब जाए ना संभाली।
तिसनगी क्या होती है हम जमाने को बताएंगे, इस मोहब्बत में फ़ना हम खुद को करके दिखाएंगे। एक जुनून की हद तक हमने ये उल्फत दिल में पाली, तेरे बिना ये जिंदगी अब जाए ना संभाली। यारों बिना चांद के रात नहीं होती है उजाली, महबूब अगर साथ है तो हर रात है दिवाली।
अपने इस नादां दिल को बस तेरा ही गुमां है, अब तो तू ही हबीब है मेरा और तू ही रहनुमा है। यारा तेरे ही हाथों में अब मेरे दिल की है बहाली, तेरे बिना ये जिंदगी अब जाए ना संभाली। यारों बिना चांद के रात नहीं होती है उजाली, महबूब अगर साथ है तो हर रात है दिवाली।
उस रब को भूल गया मैं बस तेरा नाम लेता हूं, अब तो तू ही मेरा खुदा है तेरी भक्ति में रहता हूं। यारा खोल दे तू ताला किस्मत का ए मेरे दिल की ताली, तेरे बिना ये जिंदगी अब जाए ना संभाली। यारों बिना चांद के रात नहीं होती है उजाली, महबूब अगर साथ है तो हर रात है दिवाली।
Lyrics Alok Kumar Sharma.
आखिर कब तक हैं दीवाने, ये होंठ सिल करके रहेंगे,
एक ना एक दिन तो ये लब, इस दिल की बात कहेंगे।
ये प्यार गुनाह नहीं है, दिल में नफरत को पनाह नहीं है, दीवाने तो दीवाने हैं, वो इस जुल्म को कब तक सहेंगे।।
काँटों भरी राह पर दिल को, गुल खिलाने की ख्वाहिश है, अपना भी एक मकाँ यारों, ये इस दिल की फर माइश है। मोहब्बत से नफरत करने वालों के, ताने कब तक सुनते रहेंगे, कब तक ये काले बादल हैं, चंदा को ढकते रहेंगे।।
कोई ज़ख्मी परिंदा गगन में, परवाज़ को कैसे भरेगा,
इश्क ने दी है सजा ये, इस दर्द ए उल्फत को कौन हरेगा। रोते रहेंगे इस जग में दीवाने, लोग उन पर हंसते रहेंगे, ये दुनिया जीने नहीं देती, कहने वाले तो जाने क्या क्या कहेंगे।।
ग़ालिब ने ये कहा था, कि मुझे इश्क़ ने बर्बाद किया है,
हम तो पहले से ही बर्बाद थे, हमें कौन सा इश्क ने आबाद किया है। कुछ लोग कहते हैं तुम चुप रहना, अच्छा वक्त भी आयेगा, मगर कब तक दीवानों के यूं, इस इंतजार में आंसू बहेंगे।
Lyrics Alok Kumar Sharma.
दर पे आए किसी भी इंसा को खाली हाथ ना लौटाना, डरना वक्त की मार से प्यारे, निर्बल पे सदा दया दिखाना।
मानव तो मात्र प्राणी है बंदे, सब कुछ वो ही करता धरता है, खुशहाली में कोई किसी से, कुछ भी मांगता नहीं फिरता है।।
समझो तो ये दुनिया अपनी है, क्या काम है ताले का, दाने दाने पे लिखा होता है, नाम खाने वाले का। नाम अमर होता है उसका, जो दुनिया पे मरता है, खुशहाली में कोई किसी से, कुछ भी मांगता नहीं फिरता है।
दानी वीर कर्ण महान से, तुम रक्खो शुद्ध विचार, बिना दान धर्म के ये जीवन, प्यारे होता है बेकार। काहे को भटका है इस जीवन में, क्यों ये झोली भरता है, खुशहाली में कोई किसी से, कुछ भी मांगता नहीं फिरता है।
तुरंत दान ये कल्याणी है, इससे बहुत बढ़ता है प्रताप, जन सेवा के भाव से तुम है, कर दो दूर जग का संताप। सीखो उस मालिक से प्यारे, जो सबके दुख हरता है, खुशहाली में कोई किसी से, कुछ भी मांगता नहीं फिरता है।
Lyrics Alok Kumar Sharma.
सफलता सदा उनको ही मिलती है, जो खुद पर विश्वास करते हैं। जो बंजर पड़ी हुई जमीन में भी, इस हरियाली की आस रखते हैं।।Success always comes to those who believe in themselves. Those who hope for greenery even in barren land.
मेहनत के दम पर ही लाईफ में, ये दिन का उजाला आता है, जीवन में दृढ़ इरादे से ही, ये बुरा वक्त बदला जाता है। हिम्मत वाले नहीं घबराते, ना चेहरा उदास रखते हैं, लड़ करके विकट परिस्थितियों से, वो जीत का स्वाद चखते हैं। Success always comes to those who believe in themselves. Those who hope for greenery even in barren land.
लक्ष्य लेकर जो जीवन में, काम की शुरुआत करते हैं, वो नीले गगन में निर्भय होकर, ऊंची उड़ान भरते हैं।
जो खोल के अपने पंखों को, लाईफ में खुद को परखते हैं, सदा पाते वही हैं मंजिल को, जो उम्मीद को पास में रखते हैं। Success always comes to those who believe in themselves. Those who hope for greenery even in barren land.
जैसे जग रोशन करने को, सूरज को चढ़ना पड़ता है, ठीक वैसे ही आगे बढ़ने को, कदम उठाना पड़ता है। साहसी कदम जहां भी धरते हैं, कभी कांटों से नहीं डरते हैं, जो रुकते नहीं हैं कभी राहों में, मंजिल पे वही निगाह रखते हैं। Success always comes to those who believe in themselves. Those who hope for greenery even in barren land.
Lyrics Alok Kumar Sharma
जिंदगी दर्दे-ए-दिल का पैगाम हो गई है,
अपनी ये मोहब्बत नाकाम हो गई है।
चाहा था जिसको, इस दिल ने टूट कर,
वो गम-ए-इश्क का मुकाम हो गई है।।
दिल तो अब भी ये कहता है, कि वो लौट के आयेगी,
इन अश्कों को पोंछ कर वो, दिन सुहाने ले आयेगी।
रब क्यों ये सारी की सारी खुशियां ही, जीवन में दुखों के नाम हो गई हैं,
कहने को जिंदगी पड़ी है, उम्मीद दिल को बहुत बड़ी है, एक पल का भरोसा नहीं है, फिर भी आस लिए खड़ी है। इस चढ़ती बहारा के मौसम में, खुशी क्यों खिजां का अंजाम हो गई हैं,
पूछता हूं मैं रब से क्यों ये, इन आशिकों को गम मिलता है, जिंदगी में मोहब्बत के बदले में, इस दिल को जख्म मिलता है। इस प्यार की दुश्मन जानें क्यों रब, ये सारी आवाम हो गई है,
Lyrics Alok Kumar Sharma.