Ram Bhajan | प्रभु श्री राम जी का नया भजन |Ram bhajan with new lyrics #hindibhajan #rambhajan |
राम भजन #rambhajan #shrirambhajan #hindibhajan #हिंदीभजन्प्रेरणास्रोत- श्री अशोक कुमार खरे
भजनकार - श्री यादवेंद्रनारायण द्विवेदी जी
गायक - मनोज कुमार खरे
तबला वादक - अनुभव खरे
रिकार्डिस्ट - मयंक खरे
bhajan lyrics
धरहुँ केहि हेतु ठाठरी प्रान।
जिह्वा राम जपन नहिं कीन्हीं, नहिं पद अमरित पान॥१॥
नहिं राखे हिय चरन राम को, कण्ठ न हरि गुनगान।
कबहुँ अवध पथ गमन न कीन्हों, नहिं सरजू स्नान॥२॥
पद पुनीत रज माथ न धारे, नहिं उर गुन गन खान।
राम दुआरे ठाढ़ि न कबहूँ, सियपति पद अनुमान॥३॥
चरन सरोज दरस हित मोरो, मन न कबहुँ अकुलान।
नहिं चरचा प्रभु कीरत कबहूँ, राम भजन नहिं कान॥४॥
नहिं कबहूँ कपि चरनन टीको, सेन्हुर भाल निसान।
नहिं बिलख्यो नहिं विलपि पुकार्यो, राम राम भगवान॥५॥
सुख साधन नित जोरत बीते, घूमत जगत जहान।
अस्थि मांस मज्जा को पुतलो, जीवत मृतक समान॥६॥
चेत अबहुँ रघुनाथ चरन मन, राखि करौ कल्यान।
धरहुँ केहि हेतु ठाठरी प्रान॥७॥
(रचना- यादवेन्द्रनारायणजी द्विवेदी)

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🙏
जय श्रीराम 🙏